वर्तमान में स्मार्टफोन और लैपटॉप सामान्य लोग की जरूरत बन गया है । इन दोनों का प्रयोग आजकल हम लोग विभिन्न कार्यों के लिए करते हैं । आजकल सभी तरह की सुविधाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही है, चाहे वो किसी परीक्षा का फार्म भरना हो , चिकित्सक का नंबर लगाना हो या फिर ऑनलाइन क्लासें लेनी हो । ऐसे कई सारे कार्य हैं जो ऑनलाइन सरलता से की जा रही है ।
स्मार्टफोन और लैपटॉप का हम सदुपयोग कर बहुत सारी कला, विज्ञान, देश विदेश में हो रही घटनाओं आदि को सीख सकते हैं, और अपनी समझ को विकसित कर सकते हैं । अति किसी वस्तु की बुरी होती है यह बातें समान रूप से स्मार्टफोन के प्रयोग पर भी लागू होती है । स्मार्टफोन का अधिक प्रयोग हमारे मन मस्तिष्क को नुकसान पहुँचा सकता है । आजकल ऐसे कई मामलें प्रकाश में आयें हैं जहां छोटे छोटे बच्चे इस तरह मोबाईल पर गेम खेलने को आदि हो गयें हैं की आपने माता पिता के द्वारा मना कीये जाने पर सूइसाइड आत्महत्या तक कर लेते हैं ।
वहीं इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. खासकर छोटे बच्चों के लिए स्मार्टफोन बेहद ही नुकसानदायक साबित हुआ है.
कई देशों में बच्चों को स्मार्टफोन की लत लग चुकी है। बच्चों को इस लत से बचाने के लिए कई तरह के योजनाएं विभिन्न सरकार, एनजीओ आदि द्वारा विभिन्न स्तर पर लिए जा रहें हैं ।
चीन की सरकार ने बच्चों के बीच बढ़ते स्मार्टफोन की लत को दूर करने के लिए नए तरह की कानून बना रही है । चीन की साइबर स्पेस रेगुलेटर (सीएसी) ने बच्चों को स्मार्टफोन प्रयोग करने की समय सीमा निर्धारित करने की बात कही है ।
चीन की साइबर स्पेस रेगुलेटर (सीएसी) ने बच्चों को दो घंटे तक अधिकतम फोन प्रयोग करने का सुझाव दिया है । सीएसी की ओर से दिए गए सुझाव के अनुसार 16 और 18 वर्ष के बीच के उपयोगकर्ता की स्मार्टफोन प्रयोग करने की समय सीमा दो घंटे निर्धारित की जानी चाहिए। 8 से 16 वर्ष के बीच के आयु वाले बच्चों के लिए एक घंटे निर्धारित की जानी चाहिए।, जबकि आठ वर्ष से नीचे के बच्चों के लिए एक घंटे से भी कम समय की जाने की बात का सुझाव दिया है।